आइपीपीबी की पहल: अंगूठे-ओटीपी के बिना चेहरे से होंगे डाकघर के लेनदेन

IPPB Face Authentication

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आइपीपीबी) ने आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा की देशभर में शुरुआत कर दी है। अब डाकघर में ग्राहक सिर्फ चेहरे की पहचान से खाता खोलने, बैलेंस जांचने, पैसे भेजने और बिल चुकाने जैसे बैंकिंग कार्य आसानी से कर सकेंगे।

यह सेवा उन बुजुर्गों, दिव्यांगों और ग्रामीण ग्राहकों के लिए राहत लेकर आई है, जिन्हें फिंगरप्रिंट या ओटीपी आधारित पहचान में कठिनाई होती थी। देश के 1.6 लाख डाकघरों और 3 लाख से अधिक पोस्टल कर्मचारियों के जरिए सेवा हर कोने तक पहुंचाई जाएगी।

Thursday, July 31, 2025

गुढ़ागौड़जी: किसान के बाड़े में घुसे जंगली जानवर ने 31 भेड़ों को बनाया शिकार, इलाके में दहशत

 

किसान के बाड़े में घुसे जंगली जानवर ने 31 भेड़ों को बनाया शिकार
किसान के बाड़े में घुसे जंगली जानवर ने 31 भेड़ों को बनाया शिकार

स्थान: गुढ़ागौड़जी (झुंझुनूं) | तारीख: मंगलवार रात

बड़ी खबर: गुमाना का बास में खेत के बाड़े में मचा खूनी तांडव

गुढ़ागौड़जी उपखंड के अंतर्गत गुमाना का बास गांव में मंगलवार रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। किसान राकेश महला के खेत में बने बाड़े में एक जंगली जानवर ने घुसकर 31 भेड़ों को मौत के घाट उतार दिया। घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।

कैसे हुआ हमला?

राकेश महला वर्षों से भेड़-बकरी पालन कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। मंगलवार को हमेशा की तरह उन्होंने अपनी भेड़-बकरियों को चराने के बाद खेत में बने बाड़े में बांध दिया था। यह बाड़ा लगभग 110 भेड़ों की क्षमता वाला है।

बुधवार सुबह जब राकेश ने भेड़ों को देखा तो बाड़े में चारों तरफ मृत भेड़ें और उनके मेमने पड़े हुए थे। ग्रामीणों ने इस बारे में वन विभाग को सूचना दी।

मौके पर पहुंची वन विभाग और पशु चिकित्सा टीम

घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय वन अधिकारी रणवीर सिंह, पशु चिकित्सक गजराज सिंह तथा वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मौके से जानवर के पगमार्क एकत्र किए गए और मृत भेड़ों का पोस्टमार्टम किया गया।

जांच और आशंका

वन विभाग द्वारा प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि हमला किसी जंगली शिकारी जानवर जैसे तेंदुए या लकड़बग्घा द्वारा किया गया हो सकता है। हालांकि पक्के सबूतों की प्रतीक्षा की जा रही है।

पशुपालकों में भय का माहौल

इस घटना के बाद पूरे गांव और आसपास के ग्रामीण पशुपालकों में भय और चिंता का माहौल है। लोगों की मांग है कि वन विभाग क्षेत्र में गश्त बढ़ाए और किसान भाइयों के जानवरों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएं।

गुढ़ागौड़जी में हुई यह घटना केवल एक किसान की आर्थिक क्षति नहीं, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। सरकार और वन विभाग को इस ओर शीघ्र ध्यान देना चाहिए।


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