आइपीपीबी की पहल: अंगूठे-ओटीपी के बिना चेहरे से होंगे डाकघर के लेनदेन

IPPB Face Authentication

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आइपीपीबी) ने आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा की देशभर में शुरुआत कर दी है। अब डाकघर में ग्राहक सिर्फ चेहरे की पहचान से खाता खोलने, बैलेंस जांचने, पैसे भेजने और बिल चुकाने जैसे बैंकिंग कार्य आसानी से कर सकेंगे।

यह सेवा उन बुजुर्गों, दिव्यांगों और ग्रामीण ग्राहकों के लिए राहत लेकर आई है, जिन्हें फिंगरप्रिंट या ओटीपी आधारित पहचान में कठिनाई होती थी। देश के 1.6 लाख डाकघरों और 3 लाख से अधिक पोस्टल कर्मचारियों के जरिए सेवा हर कोने तक पहुंचाई जाएगी।

Thursday, March 13, 2025

झुंझुनू के सिंघाना से बड़ी खबर: केमिकल से भरे ट्रक में लगी भीषण आग

हादसे की गंभीरता और घटनास्थल की जानकारी

सिंघाना के एक गांव में केमिकल से भरे ट्रक में अचानक भीषण आग लग गई, जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं और उन्हें इलाज के लिए सिंघाना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच चुके हैं और आग को बुझाने की कोशिश की जा रही है। इस घटना के बाद क्षेत्रीय ग्रामीणों ने भी मदद के लिए टैंकर भेजने की सूचना दी है।

केमिकल से भरे ट्रक में लगी भीषण आग
केमिकल से भरे ट्रक में लगी भीषण आग

आग के कारण और प्रभावित क्षेत्र

अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन यह आग इतनी भीषण थी कि उसने आसपास के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। खेतों में लगी आग से बड़ा नुकसान हो सकता था, लेकिन गनीमत रही कि यह दुर्घटना मुख्य सड़क पर नहीं हुई। यदि यह हादसा नेशनल हाईवे पर हुआ होता, तो परिणाम और भी भयानक हो सकते थे।

झुलसे हुए लोग और उनका इलाज

आग लगने के बाद ट्रक में सवार तीन से चार लोग घायल हुए थे। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत उनकी मदद की और उन्हें अस्पताल भेजा। घायलों में से दो लोग चोली गांव के रहने वाले हैं, जबकि अन्य दो के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। चिकित्सकों के अनुसार, सभी घायलों को झुलसी चोटें आई हैं और उनका इलाज जारी है।

दमकल की कमी और प्रशासन की आलोचना

सिंघाना में दमकल की गाड़ी की भारी कमी महसूस हो रही है। स्थानीय दमकल सेवा सिंघाना के पास नहीं है, और घटना स्थल से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित खेतड़ी नगर से दमकल को बुलाया गया। प्रशासन पर आरोप लग रहे हैं कि सिंघाना नगरपालिका द्वारा पिछले दो वर्षों से दमकल की मांग की जा रही थी, लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

हादसे के बाद के कदम और प्रतिक्रिया

स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा मौके पर आग बुझाने का प्रयास जारी है। हालांकि, दमकल विभाग की गाड़ी के मौके पर पहुंचने में देर हो रही है। इस घटना से यह सवाल भी उठता है कि क्यों ऐसे केमिकल से भरे ट्रकों को ट्रैफिक की न्यूनतम स्थिति में ही चलाया नहीं जाता और क्यों इन ट्रकों को एस्कॉर्ट नहीं किया जाता, जैसा कि अन्य भारी गाड़ियों के साथ किया जाता है।

आने वाली परिस्थितियाँ और मदद की अपील
आखिरकार यह घटना फिर से यह सवाल खड़ा करती है कि ऐसे खतरनाक ट्रकों के लिए क्या उचित प्रबंधन किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि प्रशासन इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कदम उठाएगा। फिलहाल, हम सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।


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